Saturday 9 December 2017

तुमसे मिलकर



मिलकर तुमसे  मैने  जाना, जीने  का अंदाज़ हो तुम ,

हंसी लबों पर हया आँख में,खाबों की परवाज़ हो तुम।

कदम-कदम पर ठोकर खाया,दुनिया से ना सम्भल सका,

तूने उठा दिया पल भर में,एक अनोखा राज़ हो तुम।

मिलकर तुमसे......

तेरी  यादों  के  बदले  में , मैने  सब  कुछ  तुम्हे  दिया,

चुप रहके सब कुछ कह डाला,निःशब्द कोई आवाज़ हो तुम।

मिलकर तुमसे......

आंखों में तस्वीर है तेरी,धड़कन में भी तुम्ही प्रिये,

हर आहट संगीत है तेरी,दिल का मेरे साज़ हो तुम।

मिलकर तुमसे......