आशियाँ
Friday 12 August 2022
फिर से ईश्क करते हैं
वही बिन बात के फिर से,
चलो लड़ना-झगड़ना,
कभी तुम रूठ जाओ,मैं मनाऊं मान जाना,
तुम्हारी खूबियों को मैं गिनाऊं,
तो मेरी गलतियों को तुम गिनाना,
वही एक दौर आओ फिर से जीते हैं,
चलो एक बार फिर से ईश्क करते हैं...
चलो एक बार फिर .....(क्रमशः)
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