जब भी आया है तो तड़पा के गया है वो मुझे।
उसकी आंखों से जाने क्या छलकता रहता है,
जब भी देखा है वो मदहोश कर गया है मुझे।
हर एक चेहरे में उसकी तलाश करता हूँ,
मिला है जब से वो जाने क्या हो गया है मुझे।
क्यों एक आह सी उठती है सोच कर उसको,
लगा है तीर दिल के पार कर गया है मुझे।
उसका हर पल 'सहर' खयाल में मेरे आना,
लगता है उसका दीवाना बना गया है मुझे।