Tuesday 23 April 2024

गजल

मेरी जिंदगीके वीराने सफर में,
अगर साथ दोगे मेरे साथ आओ
न समझो गंवारा अगर इस सफर को
तो गम सारे अपने मुझे देकर जाओ
तुम्हें मैं भुला दूं यह मुमकिन नहीं है
तेरे बस में हो तो मुझे भूल जाओ 
यकीनन मेरे पास आ जाओगे तुम
न अब दूर रह कर मुझे तुम सताओ
पुकारेंगी तुमको सहर मेरी नजरें 
यह पलकें झुका कर मेरे पास आओ।

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