नज़र है सूनी-सूनी
देखे बिना तुझे,
मुझे कुछ ना सुझे
देखे बिना तुझे
तु कहाँ है हमदम ले के मुझे भी चल
अब आ भी जाओ कटते नहीं हैं पल
मै रह ना पाऊँ देखे बिना तुझे
नज़र है सूनी-सूनी......
थी मेरी खता क्या मुझसे जो रूठ गये
हमने साथ जो देखे, सपने वो टूट गये
मुझे कौन संभाले देखे बिना तुझे
नज़र है सूनी-सूनी.......
तुम मिल जाए मुझको खोने ना देंगे तुम्हें
किसी और का अब तो होने ना देंगे तुम्हें
मैं जी ना पाऊँ देखे बिना तुझे
नज़र है सूनी-सूनी......
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