Sunday 5 May 2024

गजल

खुद को खुद से जुदा किया हमने 
प्यार जब से तुझे किया हमने 
याद में जब से तुम समाये हो 
यह जमाना भुला दिया हमने 
नजर को तुम ही तुम बस दिखते हो 
तुमको दिल में बसा लिया हमने 
मुद्दतों से तलाश थी तेरी 
आज तुझको भी पा लिया हमने 
अपना दुश्मन बनाया अपनों को 
प्यार में क्या नहीं किया हमने
अब तो नींदें भी नही चैन भी नही है 'सहर'
तुझे पाकर लगा,सब कुछ ही खो दिया हमने

No comments:

Post a Comment