Thursday 9 May 2024

गजल

साकिया मय तेरी नजरों से पिया जाएगा 
मौत आ जाए मगर फिर भी जिया जाएगा 
कुछ ना कहना जो तेरे पास में आ जाऊं अगर 
बात नज़रों से होगी लव को सिया जाएगा
अभी जी भर के पीला पीने से ना रोक मुझे 
कभी सोचेंगे कभी छोड़ दिया जाएगा 
अभी भुला दे मगर जब मैं चला जाऊंगा 
नाम मेरा तेरी महफिल में लिया जाएगा 
एक कयामत का दौर 'सहर' चला दे मुझ पर 
और फिर जो तू कहे बस वो किया जाएगा

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