Thursday 2 May 2024

गीत

वह जमाना मुझे याद आने लगा 
हर फ़साना तेरा याद आने लगा 
चांद की चांदनी मखमली देखकर 
बागों में कोई खिलती कली देख कर 
मुस्कुराना तेरा याद आने लगा ....
अपने घर से निकलना वो डर के तेरा 
मुझसे मिलने का वादा वो करके तेरा 
भूल जाना तेरा याद आने लगा ....
होके दीवाना जब मैं तेरी बातों से 
अपनी आंखें मिलाई तेरी आंखों से 
मुंह छुपाना तेरा याद आने लगा ....
देख ली 'सहर'की तुमने मजबूरियां 
तुमसे बढ़ने लगी जब मेरी दूरियां 
मुड़के आना तेरा याद आने लगा ....

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