जिंदगी उनके नाम कर आया
उसने बर्बाद कर दिया न जाने कितनों को
सारा इल्जाम मेरे कर आया
सोचा था दूर चला जाऊं उसकी दुनिया से
हर एक कदम पर उसका घर आया
खुदा से पहले लब पे नाम उसका आता है
हादसा पेश ये अक्सर आया
काश अपना उसे बना सकते
पर कोई वक्त ना बेहतर आया
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