Thursday 2 May 2024

गजल

यह ना समझो कि दुनिया से डर जाएंगे 
तुमको खो देंगे हम और मर जाएंगे 
चाहे लूट जाएंगे चाहे मिट जाएंगे 
तेरी महफिल में हम बेखबर जाएंगे 
तेरी सांसों से आएगी खुशबू मेरी 
तेरे दामन में हम यूं बिखर जाएंगे 
मंजिलें भी कभी हमको मिल जाएगी 
कब तलक यूं ही हम दर-बदर जाएंगे 
मेरा दिल मेरे बस में नहीं आजकल 
जिंदगी भी तेरे नाम कर जाएंगे

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