Saturday, 27 April 2024

इल्जाम

दरों- दीवार पर इल्जाम,अब लगाया ना करो
मेरे सर की यूं ही, झूठी कसम खाया ना करो
तुमको दुनिया में खुदा मान कर, पूजा है तुम्हे
मेरी नजरों में ही, तुम खुद को गिराया न करो
तुम ही से रोशनी और चांदनी, मिलती है मुझे
अपनी सूरत को कभी मुझसे, छुपाया न करो 
गर शिकायत है मुझसे, तो करो शिकवे मुझे
अपना गुस्सा यूं चूड़ियों पर,जताया ना करो
कहीं पागल न कर दे, देखना 'सहर' तेरा
यूं लगातार निगाहों को, मिलाया न करो

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