Saturday 27 April 2024

जबसे उनसे नजर मिल गई है

यह जहां अच्छा लगने लगा है
जबसे उनसे नजरमिल गई है 
पहले नजरे चुराते थे, हमसे सभी
आस थी कोई हमसे भी,मिलता कभी
पर जहां ना सुना,ना खुदा ही सुना
उनसे मिलने पर फिर ये असर क्या हुआ
हर कोई बात करने लगा है,
जबसे उनसे नजरमिल गई है....
हम तो हर रोज उनको ही,देखा किए
जाने कैसे उन्हें अपना, दिल दे दिए
मुझको यह ना पता है,ये क्या हो गया 
अपने ही आपसे मैं जुदा हो गया 
अब तो गम के अंधेरे का ही आस था
कैसे फिर चांद ढलने लगा है 
जबसे उनसे नजरमिल गई है....


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